कहानियों की कहानी कहानियों की कहानी
चाँद बोला तारों से अब कहानी हुई खत्म कल फिर मिलेंगे नई कहानी के संग हम। चाँद बोला तारों से अब कहानी हुई खत्म कल फिर मिलेंगे नई कहानी के संग हम।
वैसे तो हूं मैं"अन्नदाता".. फिर भी तरसता हूं दो वक़्त की रोटी को मेरा ही पैदा किया ह वैसे तो हूं मैं"अन्नदाता".. फिर भी तरसता हूं दो वक़्त की रोटी को मेरा ही प...
मेरे अस्तित्व के अस्तित्व की जो पहचान है, वो है मेरी दादी नानी, बचपन का सबसे पहला प्य मेरे अस्तित्व के अस्तित्व की जो पहचान है, वो है मेरी दादी नानी, बचपन का सब...
पशु पक्षी सब डरते थे सामने न पड़ते थे डर था कहीं खा न जाए यहाँ वहाँ सब छिपते थे । पशु पक्षी सब डरते थे सामने न पड़ते थे डर था कहीं खा न जाए यहाँ वहाँ ...
आज ख़ुद को मैं ख़ुश नसीब मानती हूँ , कि औरों की तरह न कूड़े में फेंका गया मुझको आज ख़ुद को मैं ख़ुश नसीब मानती हूँ , कि औरों की तरह न कूड़े में फेंका गया मुझको